तभी पूजा की दूसरी सामग्री के साथ ही जल का लोटा भी स्थापित किया जाता है. भगवान को भोग के साथ ही जल समर्पित करना भी जरूरी होता है. तभी भोग को पूर्ण माना जाता है. वहीं शास्त्रों में कहा गया है कि जल का लोटा…